किसानों ने उद्योग मंत्री दत्तीगांव से जोड़ने की मांग की थी
बदनावर। तहसील की सभी दुग्ध समितियां को अब उज्जैन दुग्ध संघ से हटाकर इंदौर सहकारी दुग्ध संघ में जुडा गया है। किसानों की मांग पर प्रदेश सरकार के उद्योग मंत्री व क्षेत्रीय विधायक राजवर्धन सिंह दत्तीगांव के प्रयास से अब तहसील की सभी दूध समितियां इंदौर कार्यक्षेत्र में शामिल हो गई है। जानकारी के अनुसार पहले बदनावर तहसील की दुग्ध समितियां दो भागों में बटी हुई थी। यहां संचालित कुछ दूध समितियां इंदौर दुग्ध संघ में तो कुछ समितियां उज्जैन दुग्ध संघ में जुड़ी हुई थी। उज्जैन दूध संघ में तहसील की करीब 33 समितियां शामिल थी। किंतु वहां दूध के भाव भी थोड़े कम मिलते थे। साथ ही किसानों को शासकीय सुविधाओं का लाभ भी आसानी से नहीं मिल पा रहा था।इसको लेकर किसानों व दूध समितियों के प्रतिनिधियों ने दत्तीगांव से मांग की थी कि उज्जैन दुग्ध संघ में जुड़ी हुई सभी समितियों को वहां से संशोधित करवाकर इंदौर दूध संघ में जुड़वाया जाए। इसके बाद यह कार्रवाई हुई है। किसान रणजीत पाटीदार गाजनोद ने बताया कि उज्जैन और इंदौर दुग्ध संघ में दूध के भाव का भी अंतर रहता था। साथ ही अब जिला व संभाग सभी एक समान होने से कॉपरेटिव के माध्यम से किसानों को योजनाओं का लाभ भी आसानी से मिल जाएगा। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश में 7 दूध संघ है, जिसमें इंदौर दूध संघ सबसे ज्यादा लाभ में रहता है। इसका भी फायदा क्षेत्र की दूध समितियों व किसानों को मिलेगा।कार्यालय आयुक्त सहकारिता एवं पंजीयक सहकारी संस्था भोपाल द्वारा इसको लेकर बुधवार को आदेश जारी किया गया है। इंदौर और उज्जैन सहकारी दूध संघ के संचालक मंडल द्वारा प्रस्ताव पारित कर बदनावर तहसील की दूध समितियों को इंदौर सहकारी दूध संघ के कार्य क्षेत्र में शामिल करने का प्रस्ताव पेश किया गया था। जिस पर यह मोहर लगी है। क्षेत्र के किसानो ने मंत्री दत्तीगांव, अन्य जनप्रतिनिधियों व दुग्ध महासंघ का आभार माना है।
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