आरटीआई कार्यकर्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में लगाये घोटाले के आरोप
धार । आरटीआई कार्यकर्ता सुनील सावंत ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि वर्षा ऋतु के बाद नगर की सड़कों के गड्डो को भरने के पेंचवर्क (रेडिमिक्स पेंच) के लिए पीआईसी की बैठक प्रस्ताव क्रमांक 869 दिनांक 23-10-19 के द्वारा 2019-20 में स्वीकृत मांग के अनुसार अनुमानित लगभग 5 लाख रुपये स्वीकृति किया जाना प्रस्तावित किया गया था। नगर पालिका की नोटशीट दिनांक 19-11-19 एवं सेंशन ऑर्डर क्रमांक 511687765641648 फर्म मयंक आई टी सॉल्यूशन सागर को राशि 4,79,960/- रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई। इस राशि के स्वीकृति होने के बाद उपयंत्री की मौजूदगी में सामग्री क्रय की गई। उपयंत्री के द्वारा भौतिक सत्यापन भी किया गया। जिसकी प्रविष्टि रजिस्टर के भाग 5 पृष्ठ क्रमांक 26 पर दर्ज की गई हैं। फिर भी नगर की सड़कों के गड्डो को भरने के लिए मिट्टी व मुरम का उपयोग किया गया है। फर्म को किस आधार पर रुपये 4,79,960/- रुपये का भुगतान कैसे स्वीकृत किया गया है, जो जांच का विषय हैं?
बगैर ऑर्डर नम्बर की नोटशीट से दुबारा हुई राशि स्वीकृत
सुनील सावंत ने बताया कि नगर पालिका की नोटशीट जिसमें पीआईसी का प्रस्ताव क्रमांक 869 दिनांक 23-10-19 के आधार पर वर्षा ऋतु में क्षतिग्रस्त नगर की सड़कों का पेंचवर्क (रेडिमिक्स पेंच) के लिए लोक निर्माण शाखा अंतर्गत दिनांक 11-12-19 को नोटशीट आर्डर पर कोई नम्बर नहीं है निल तथा दिनांक भी निल फर्म मयंक आई टी सॉल्यूशन सागर को रुपये 2,40,200/- रुपये की स्वीकृति बगैर नोटशीट ऑर्डर नम्बर के स्वीकृति प्रदान की गई हैं। इस प्रकरण में भी उपयंत्री की मौजूदगी व अवलोकन करने के बाद स्वीकृति दी गई है। जो जांच का विषय है? इसी प्रकार पीआईसी के प्रस्ताव क्रमांक 1036 दिनांक 30-12-19 के अनुसार वर्षा ऋतु में क्षतिग्रस्त हुईनगर सड़को का रखरखाव पेंचवर्क सेंशन ऑर्डर नम्बर 511687727078809 दिनांक 3-2-20 फर्म चेतनदास कॉन्ट्रेक्टर एन्ड सप्लायर्स धार को रुपये 4,98,150/- की स्वीकृति प्रदान की गई हैं। उपयंत्री की मौजूदगी व अवलोकन करने के पश्चात स्वीकृति की गई हैं। इस प्रकार नगर पालिका में वर्ष 2019-20 में लगभग 11 लाख रुपये का घोटाला नगर की सड़कों के गड्डो को भरने पेंचवर्क करने के नाम पर खर्च करने के नाम पर घोटाला किया गया है। भगवान धारनाथ के नगर भ्रमण के पूर्व सड़को के गड्डो का पेंचवर्क किया जाना था जो नहीं करते हुए मिट्टी व मुरम डालकर भर दिए गए है। नगर पालिका दो लाख रुपये खर्च करके डामरीकरण व चूरी मिलाकर पेंचवर्क करवा देती तो मिट्टी व मुरम से अच्छा कार्य हो जाता। नगर पालिका के द्वारा नगर की सड़कों के गड्डो में पेंचवर्क न करवाते हुए मिट्टी व मुरम डाली गई हैं। जिसकी शिकायत उच्च स्तर पर वरिष्ठ अधिकारियों को भी मय दस्तावेजो के साथ की जा रही हैं। जो जांच का विषय है? नगर को साफ स्वच्छ सुंदर बनाए रखने के लिए शहर के नागरिकों द्वारा टेक्स के रूप में राशि जमा करवाई जाती हैं। औऱ जिम्मेदार अधिकारी लाखों रुपये का घोटाला कर रहे हैं। उक्त समस्त जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता सुनील सावंत ने प्रेस कांफ्रेंस में दी।
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