रतलाम। रतलाम के पूर्व विधायक पारस सकलेचा ने बताया कि कांग्रेस के 6 विधायकों से ज्ञापन लेने कलेक्टर अपने कैबिन से बाहर नहीं आए,जबकि भाजपा विधायक के निवास पर जाकर बैठक करना,कौनसा प्रोटोकॉल हैं।
सकलेचा ने कहा कि मध्यप्रदेश स्थापना दिवस पर कलेक्टर ने मात्र विधायक पुत्र को ही सम्मानित क्यो किया ? क्या कलेक्टर ने यह जानकारी प्राप्त की कि विधायक पुत्र ने वंहा निशुल्क संगीत भारत शासन की ओर से दिया । उन्होने संगीत पैसे देकर दिया कि पैसे लेकर दिया । कलेक्टर बतावे की इस व्यवसायिक कार्य से देश कि कौनसा मान बढा जो एकमात्र विधायक पुत्र का सम्मान किया गया ।
जबकि अफ्रीका के किलोमंजरी पर्वत पर देश का झंडा फहराने वाले देश मे प्रथम चौऋषिया दम्पत्ति को जिन्होंने देश में ही नहीं विश्व मे भारत का नाम रोशन किया सम्मानित नहीं किया गया।
इसके अलावा भी कई अन्य प्रतिभा शालीयों को सम्मानित किया जाना था जो नहीं किया गया।
सकलेचा ने प्रश्न किया कि कलेक्टोरेट तथा नगर निगम के बड़े अधिकारी किस नियम से रतलाम शहर विधायक के निवास पर जाकर सरकारी बैठक करते हैं ? और बैठक की विज्ञप्ति जनसंपर्क कार्यालय के स्थान पर विधायक निवास से कैसे जारी होती है।
स्पष्ट है कि प्रशासन पक्षपातपूर्ण कार्यवाही कर रहा है तथा सत्तारूढ़ पार्टी के एजेंट की तरह काम कर रहा है।
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