May 12, 2024

India 24 News TV

Khabar Har Pal Ki

आध्यात्मिक शक्ति ही हमारी बचाव की वजह- महामंडलेश्वर

दसई।(अमृतलाल मारू ‘रवि’ ) “धर्म की शरण महापापों का अंत कर देती है तो महामारी जैसी बीमारी अगर शांत हो जाए तो उसके पीछे निहित आध्यात्मिक शक्तियां ही है जो सनातन धर्म में छिपी हुई है। डब्ल्यूएचओ की चेतावनी के बाद भी भारत में बहुत कम मौंते होना इस बात का सबूत है कि हमारा धर्म विज्ञान कितना मजबूत है? शिवशक्ति महायज्ञ में संतों का सानिध्य परम सौभाग्य की बात है”- ये उद्गार महामंडलेश्वर परम पूज्य नरसिंह दास जी महाराज (मांडव) ने व्यक्त किए। इस अवसर पर एक भव्य शोभायात्रा नगर में निकाली गई जिसमें संत समाज शामिल हुआ।आगामी 22 से 28 अप्रैल तक गंगाजलियां इच्छापूर्ण हनुमान मंदिर में नवीन शिखर और ध्वज स्थापना बाबत होने वाले विभिन्न आयोजनों के निमित्त ध्वजारोहण एवं भूमि पूजन की शुरुआत रविवार को हुई।आयोजन में महामंडलेश्वर राष्ट्रसंत श्री बालबिहारी दास जी महाराज अयोध्या वाले सहित बड़ी संख्या में संत उपस्थित थे। शोभा यात्रा के बाद जुलूस मंदिर के समीप कन्या शाला परिसर पहुंचा जहां ध्वजारोहण और भूमि पूजन की शुरुआत राम लक्ष्मण जानकी और हनुमान जी के पूजा के साथ हुई। मंच पर यज्ञ आचार्य पंडित राकेश भटेले, पूर्व मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर आरएल पाटीदार आदि उपस्थित थे। महामंडलेश्वर ने कहा कि लाख चेतावनी के बावजूद अगर भारत में महामारी का प्रकोप कम रहा है तो यह हमारी अध्यात्मिक शक्ति का प्रभाव ही है। भजन, मंत्र,घंटी और घड़ियाल की गूंज एंटीवायरल का निर्माण करने में सक्षम है। इनके नाद से वातावरण शुद्धि हुई और लोग सुरक्षित रहे। यज्ञ केवल आध्यात्मिक ही नहीं बल्कि विज्ञान का भाग है। यज्ञ के बहुत से फायदों से विज्ञान सहमत है।व्यास पीठ पर विराजित महामंडलेश्वर राष्ट्रसंत बाल बिहारी दास जी महाराज ने अनेक प्रसंगों के माध्यम से यज्ञ की महत्ता समझाई और कहा की आहुति और वेद मंत्रों का उच्चारण केवल स्वाहा ही नहीं इससे पैदा होने वाली ऊर्जा से कवच बनता है जो हर परिस्थितियों में रक्षा का काम करती है। 51कुंडो का हवन और उसकी आहुति से हजारों घन मीटर वायुमंडल स्वस्थ होगा जो आपके लिए स्वास्थ्य का उत्तम माध्यम बनेगा। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिला पुरुष व बच्चे उपस्थित थे। संचालन जीवन पाटीदार सर ने किया।

About Author