May 14, 2024

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बिडवाल उप स्वास्थ्य केंद्र पर औसतन प्रतिदिन पांच से सात डेंगू के मरीज मिल रहे हैं

गांव में जगह-जगह पर है गंदगी का अम्बर ,ग्राम पंचायत का कचरा प्रबंधन नगण्य, कचरा संग्रहण वाहन भी पड़ा खराब

बिडवाल । देश जहां तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच सांसे ले रहा है । शासन-प्रशासन स्वास्थ्य संबंधित तैयारी को लेकर पूर्ण रूप से आश्वस्त नजर आ रहे हैं । वहीं क्षेत्र सहित पूरे जिले में डेंगू के खतरे के बीच जीवन की गाड़ी चल रही है ।
बात अगर ग्राम बिडवाल की  कीजाए तो यहां पर उप स्वास्थ्य केंद्र पूर्ण सुविधाओं से परिपूर्ण है ।
स्वास्थ्य केंद्र से जुड़े करीब 40 गांव इससे स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं केंद्र पर जहां फार्मासिस्ट, लैब टेक्नीशियन, आयुष फार्मासिस्ट, मेडिकल ऑफिसर ,स्वीपर सहित नर्सिंग स्टाफ कार्यरत है । सुविधा की अगर बात की जाए तो यहां पर पर्याप्त परिसर ,बिल्डिंग, वॉटर कुलर ,इनवर्टर ,जनरेटर, पानी की टंकी सहित किचन की सुविधा यहां पर उपलब्ध है ।

सरकार जनता की सुविधा के लिए हर प्रयास करती है लेकिन उस सुविधाओं को संचालित करने वाले जिम्मेदार अगर सुस्त हो जाएं तो वह सुविधा दुविधा में बदलती जाती है । बात जमीनी हकीकत की कीजाए तो कुछ और ही कहानी बयां करती नजर आ रही है ।
स्वास्थ्य केंद्र पर प्रतिदिन 30 से 35 ओपीडी आती है जिसमें सर्दी, खांसी ,बुखार ,बीपी के मरीज आते हैं ।
यहां के मेडिकल ऑफिसर प्रकाश चौहान ने बताया कि डेंगू के लिए आवश्यक एलाइजा टेस्ट जिले में मात्र जिला चिकित्सालय पर ही उपलब्ध है इस वजह से हमें निजी पैथोलॉजी लैब पर निर्भर रहना पड़ता है जहां से हम एंटीजन, एंटीबॉडी व सीबीसी जांच के माध्यम से प्लेट रेट का अनुमान लगाकर सिंप्टोमेटिक ट्रीटमेंट्स पेसेंट को देते हैं ।  सुदूरवर्ती ग्रामीण अंचल से अच्छे इलाज के चक्कर में परिजन शासकीय अस्पताल सस्ते इलाज की कल्पना लिए पहुंचते हैं किंतु उन्हें आर्थिक खर्चों से होकर गुजरना पड़ता है जहां परिजन को कंबो जांच करवाने पर ₹750 खर्च करना होते हैं और सिम्टेमेटिक पाए जाने पर चढ़ाई जाने वाली आइबी की भी कीमत चुकाना पड़ती है ।
किसी भी संस्थान के समुचित रखरखाव की जिम्मेदारी उसके जिम्मेदार के हाथों में होती है जिम्मेदारों की उदासीनता बुरे हालात की तस्वीर प्रदर्शित करते हैं ।
*डेंगू की चपेट में यहां गांव का 21 वर्षीय शेखर पिता विष्णु कि कुछ समय पूर्व मौत हो चुकी है ।*

उसके बावजूद जिम्मेदार यहां पर बगासी लेते नजर आ रहे हैं । हद तो तब हो गई जब ऑफिसर से इस संबंध में जानना चाहा तो उन्हें इस मामले की कोई जानकारी उपलब्ध नहीं ऐसे में डेंगू के खात्मे की कल्पना समय पूर्व करना एक कोरी मिथ्या  नजर आ रही है ।

क्षेत्रीय विधायक और प्रदेश सरकार में उद्योग मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने अपने प्रवास के दौरान ग्राम बिडवाल में डेंगू से संबंधित जानकारी जुटाई थी डेंगू के खात्मे के लिए उन्होंने भाजपा मंडल अध्यक्ष पवन डोड को गांव में फॉगिग व दवाई छिड़काव के निर्देश दिए थे ।  भाजपा मंडल अध्यक्ष द्वारा मलेरिया विभाग के ब्लॉक प्रभारी को दो तीन बार फोन पर सूचित करवाने के बावजूद यहां पर अभी तक ना तो दवाई छिड़काव हो पाया है और ना ही फागिंग की व्यवस्था हो पाई है ।
ऐसे में या तो मंत्री महोदय के आदेश की अवहेलना समझी जाए या मंडल अध्यक्ष पवन डोड के प्रभाव के प्रति आशंका व्यक्त की जाए या जिम्मेदार मलेरिया विभाग के सुस्त रवैया की वजह से उत्पन्न स्थिति पर  ही आत्मसात किया जाए सोचना जरूर होगा, व्यवस्थाएं व्यवस्थापको के हाथ में होते हुए भी दूरव्यवस्थाओं में तब्दील हो जाती हो तो मन में टीस अवश्य होती है ।

डॉ प्रकाश चौहान (मेडिकल ऑफिसर)
*दावा* प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र पर प्रतिदिन होती है सफाई परिसर की सफाई 1 हफ्ते में एक बार …
*हकीकत* स्वास्थ्य केंद्र गाहे-बगाहे अपनी दुर्दशा पर आंसू बहाता नजर आ रहा है किचन से लेकर बाथरूम तक महिला वार्ड से लेकर पैथोलॉजी लैब तक चारों ओर गंदगी का गंदगी का अंबार लगा हुआ है ।

*दावा* स्वास्थ्य केंद्र पर स्थापित जनरेटर बार-बार तकनीकी खराबी की वजह से बिगड़ जाता है ।
*हकीकत* करीब 2 वर्षों से जनरेटर दूर भागता हुआ नजर आ रहा है ।

*दावा* जन सहयोग से प्राप्त वाटर कूलर उपलब्ध है किंतु हम एक चिल्ड वाटर की केन मंगवाते हैं जिससे मरीज व स्टाफ का काम हो जाता है ।
*हकीकत* रखरखाव के अभाव में वाटर कूलर कबाड़ में अपनी जगह बना चुका है जवाबदार कुर्सी के अलावा कहीं और नजर घुमाने को तैयार नहीं ।

*दावा* परिसर में स्थापित 1000 लीटर की क्षमता की टंकी आने जाने वाले लोगों के लिए पेयजल को सुगम बनाती है ।
*हकीकत* परिसर में रखी पानी की टंकी स्वच्छ निर्मल जल का संदेश देते हुए काफी आकर्षक लग रही है किंतु अंदर गाठ मिट्टी व मच्छरों ने डेरा जमाए रखा है ।

*दावा* बिजली बाधित होने पर इनवर्टर की वैकल्पिक व्यवस्था हमारे पास उपलब्ध है किंतु खिलाफ देखे खराब है ।
*हकीकत* इनवर्टर अपनी उपस्थिति पर इतराते एक कोने में अपनी शोभा बढ़ा रहा है जबकि बैटरी अपने पुनर्जन्म की प्रतीक्षा में आंसू बहाते नजर आ रही है ।

*दावा* स्वास्थ्य केंद्र पर पैथोलॉजी लैब की सुविधा उपलब्ध है जहां शुगर यूरिन मलेरिया हेपेटाइटिस बी स्कूटर एल्बम की जांच की सुविधा उपलब्ध है ।
*हकीकत* केंद्र पर पदस्थ लैब टेक्नीशियन तनुजा बघेल पारिवारिक कारणों से अधिकतर छुट्टी पर रहती है महीने में 10 दिन खुल पाते हैं लैब के ताले विराम अवस्था में उस पर पड़ गए हैं वर्तमान में जाले ।

*क्या कहते है जिम्मेदार*
“व्यावहारिक स्तर पर कुछ कमियां जरूर है जीने में दिखाता हूं बात साफ सफाई की की जाए तो मैं व्यक्तिगत फॉलोअप लूंगा साथ ही लैब टेक्नीशियन की निरंतर उपस्थिति को भी हम सुनिश्चित करेंगे खड़कपाड़ा जनरेटर जल्दी ही ठीक करवा लिया जाएगा । “
डॉक्टर प्रकाश चौहान
(मेडिकल ऑफिसर)

“मैं भी डेंगू की वजह से परेशान हूं बच्ची के इलाज के संबंध में इंदौर आया हूं बिडवाल में व्याप्त गंदगी व कचरे के संबंध में समझकर आपसे बाद में संपर्क करता हूं।
सुरेश चन्द्र शर्मा
(सचिव : ग्राम पंचायत बिडवाल)

” गांव में जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे हुए हैं नाली भी महीनों तक साफ नहीं हो पाती है कचरा संग्रहण वाहन भी ग्राम पंचायत के द्वारा चालू नहीं किया गया जिससे सभी दूर मच्छर पनप रहे हैं जल्द नाली की साफ सफाई करवाई जाए वह कचरा वाहन चालू किया जाए जिससे की गंदगी जगह-जगह नहीं पनपे गी ।
सुभद्रा बाई
ग्रामीण।

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