बदनावर। महाकांल मंडल के तत्वाधान में भगवान शंकर की आखरी शाही सवारी सोमवार को गाजे बाजे के साथ निकाली जाएगी। इस दिन जन्माष्टमी का पर्व होने से शिव हरि मिलन का आयोजन भी होगा। इस दौरान कोरोना गाइड का पालन किया जाएगा। महाकाल मंडल के 125वे साल के होने वाले आयोजन मे मंडल के अध्यक्ष श्याम यादव ने बताया कि महाकांल मंडल द्वारा भगवान शंकर की अंतिम सवारी निकालने की यहां 125 वर्ष पुरानी परपंरा है। जो आकर्षक झांकिंयों एवं अखाड़ों के साथ धूमधाम से निकाली जाती रही है। किंतु इस मर्तबा कोरोना महामारी के कारण सवारी में सिर्फ भगवान का रथ ही निकाला जाएगा। सवारी शाम को पिपलेश्वर महादेव मंदिर से प्रारंभ होगी जो नगर भम्रण करते हुए पुनः पिपलेश्वर महादेव मंदिर पहुंचेगी। सुसज्जित रथ में भगवान शंकर की प्रतिमा को विराजित किया जाएगा। सोमवार को ही जन्माष्टमी का पर्व होने से सवारी के समापन पर भगवान श्रीकृष्ण एवं शंकरजी का एक साथ हरि मिलन होगा। रात्रि में 12 बजे दोनों ही भगवान की एक साथ आरती कर प्रसादी बांटी जाएगी। इस मौके पर आतिशबाजी भी की जाएगी। । उक्त जानकारी युवराज सिंह राठौड़ ने दी।
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