बदनावर। भारतीय डाक विभाग की छवि भारतीय धर्म-संस्कृति, अध्यात्म एवं पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने की रही है। आजादी के बाद भारतीय डाक विभाग ने सैकड़ों की संख्या में डाक टिकट, विशेष आवरण और डाक सामग्री भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों एवं धर्म की प्रति जागरूकता लाने हेतु जारी किए गए हैं, परन्तु भारतीय डाक विभाग के भोपाल परिमंडल द्वारा झाबुआ जिले के कड़कनाथ मुर्गे की ब्रांडिंग करते हुए एक विशेष आवरण जारी किया है। जो भारतीय डाक विभाग के दोहरे मापदंड को प्रदर्शित करता है।उक्त जानकारी देते हुए डाक टिकट संग्रहाक, दिगंबर जैन समाज के सचिव व वैश्य महासम्मेलन के महामंत्री ओम पाटोदी ने बताया कि हाल ही में दिनांक 17 अगस्त को डाक परिमंडल भोपाल द्वारा तीन विशेष आवरण जारी किए गए जिसमें रतलामी सेव, चमड़े के खिलौने एवं कड़कनाथ मुर्गे के मांस को प्रचारित किया गया है। ओम पाटोदी ने कहा की डाक टिकट के माध्यम से असुरक्षित एवं विलुप्त होते पशु पक्षियों के संरक्षण के प्रति जागरूकता लाने वाले एवं अहिंसा परमो धर्म के संदेश को प्रसारित करने वाले भारतीय डाक विभाग द्वारा कड़कनाथ मुर्गे के मांस एवं चमड़े के खिलौनों की ब्रांडिंग करना सर्वथा अनुचित है एवं समस्त अहिंसक समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली है। अहिंसक व शाकाहारी समाज की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए इस प्रकार की डाक सामग्री को तुरंत बंद किया जाना चाहिए।
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