October 19, 2024

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सोया प्लांट ने शासकीय भवनों पर किया अतिक्रमण,आंगनवाड़ी,सामुदायिक भवन पर अतिक्रमण से ग्रामीणों में असंतोष,जयस ने ज्ञापन सौप कर अतिक्रमण हटाने की मांग की

बदनवार। सामान्यतः जिस क्षेत्र में उद्योग लगते हैं तो आसपास की जनता को रोजगार व कई प्रकार के लाभ मिलने की संभावनाएं बढ़ जाती है। किंतु औद्योगिक क्षेत्र खेरवास में आईबी ग्रुप द्वारा करोड़ों रु की लागत से लगाए जाने वाले सोया प्लांट के प्रबंधन द्वारा शासकीय भवनों के आसपास अतिक्रमण करने से ग्रामीणों को भारी परेशानी हो रही है ।

अतिक्रमण हटाने को लेकर जयस द्वारा एसडीएम के नाम ज्ञापन सौंपा गया।

ज्ञापन में बताया कि ग्राम खेरवास में आईबी ग्रुप द्वारा स्थापित किया जाने वाला सोयाबीन प्लांट द्वारा आदिवासी सामूहिक भवन एवं आंगनवाड़ी भवन पर आईबी ग्रुप द्वारा जबरन कब्जा किया गया है । आंगनवाड़ी भवन और सामुदायिक भवन पर अतिक्रमण होने के कारण ग्रामीणों को आवा गमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । आईबी ग्रुप द्वारा दोनों भवनों के आसपास बाउंड्री वाल बना दी गई है । तथा बड़ी बड़ी मशीनरी व औजार इन की बाउंड्री में पड़े हुए हैं। इसका इससे आम जनता के आवागमन में तथा शासकीय भवन तक पहुंचने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । बारिश के दिनों में सामुदायिक भवन का लोगों को लाभ नहीं मिल रहा है। वही बड़ी बड़ी मशीनरी परिसर में होने के कारण आंगनवाड़ी में जाने वाले बच्चों को जानवरो का हमेशा भय बना रहता है ।आईबी ग्रुप द्वारा आंगनबाड़ी भवन व सामुदायिक भवन पर अतिक्रमण कर कब्जा किया गया है इसे हटाया जाए तथा अतिक्रमण करने वाले के विरुद्ध कार्यवाही की जाए । ज्ञापन देने के दौरान जयस जिला महासचिव अंबाराम बिलवाल ,जयेश अध्यक्ष दिलीप निनामा ,सुरेश सिंह पवार, सुभाष राठौड़, जगदीश चौहान, मनोहर मकवाना, राकेश निनामा, हेमंत राठौड़, सुरेश निनामा, भरत बिलवाल, तेज सिंह पवार, रामचंद्र निनामा ,मुकेश निनामा, जितेंद्र डाबर, सुरेश निनामा, सहित कई ग्रामीण मौजूद थे ज्ञापन का वाचन अंबाराम बिलवाल ने किया ।

ज्ञापन की प्रतिलिपि मध्यप्रदेश शासन मुख्यमंत्री, कलेक्टर धार एवं महिला बाल विकास अधिकारी बदनावर को भेजी गई है।

 

आय बी ग्रुप के मैनेजमेंट में अमित ओझा का कहना है कि सामुदायिक भवन व आंगनवाड़ी भवन के आसपास दीवार खड़ी कर दोनो परिसर को सुरक्षित किया गया। तथा दोनो अलग परिसर बना कर ग्रामीणों की सुविधा हेतु दान में दिए गए है।

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