September 12, 2024

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केदारनाथ में फंसे बदनावर के 6 श्रद्धालुओं का रेस्क्यू, बादल फटने से टूट गया था संपर्क मार्ग

बदनावर। सावन के महीने में बाबा केदारनाथ की धार्मिक यात्रा पर गए बदनावर के ढोलाना गांव के भी 6 श्रद्धालु बादल फटने के चलते रास्ते में फंस गए थे। बादल फटने के चलते रास्ते बंद होने से श्रद्धालु पिछले कई दिनों से केदारनाथ के पास फंस गए थे। श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए भारतीय वायु सेना, उत्तराखंड सरकार और एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ समेत तमाम टीम रेस्क्यू टीम में जुटी थी। आखिरकार बदनावर के 6 श्रद्धालुओं का रेस्क्यू कर उन्हें सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है।

बादल फटने के चलते केदारनाथ में फंस गए थे श्रद्धालु

प्राप्त जानकारी के अनुसार, ढोलाना गांव के रहने वाले जितेंद्र पटेल, राकेश पटेल और मदन पाटीदार अपनी पत्नी के साथ तीर्थ यात्रा पर गए थे। केदारनाथ में बादल फटने के बाद कई स्थानों पर रास्ते बंद हो गए थे। जिसके चलते करीब 5 दिनों से सभी केदारनाथ के पास ही एक स्थान पर फंसे हुए थे। वहीं, मोबाइल की बैटरी डिस्चार्ज होने से उन सभी का परिजनों से संपर्क टूट गया था। केदारनाथ में फंसे होने के चलते परिजन भी चिंतित थे।

श्रद्धालुओं को हेलीकॉप्टर से किया गया रेस्क्यू

आखिरकार परिजनों ने पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं बदनावर के पूर्व विधायक राजवर्धन सिंह दत्तीगांव को इसकी सूचना दी। घटना की सूचना मिलते ही पूर्व विधायक ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने को इस बारे में बताया। इसके बाद मुख्यमंत्री यादव ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से बात कर केदारनाथ में श्रद्धालुओं के फंसे होने की जानकारी दी। साथ ही सभी फंसे श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थान पर भेजने को लेकर चर्चा की। वहीं, रेस्क्यू टीम ने जितेंद्र पटेल समेत केदारनाथ में फंसे सभी श्रद्धालुओं को हेलीकॉप्टर के माध्यम से गुप्त घाटी क्षेत्र में सुरक्षित स्थान पर छोड़ा गया है। फिलहाल सभी तीर्थ यात्री सुरक्षित हैं।

केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग पर बादल फटने से फंसे थे श्रद्धालु

बता दें कि, केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग पर बादल फटने से कई रास्ते बंद हो गए थे। बादल फटने के चलते दोनों ओर सैकड़ों श्रद्धालु फंस गए थे। हालांकि, हादसे के फौरन बाद एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवान रेस्क्यू अभियान में जुट गए थे। फिलहाल, भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर की भी मदद से श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है।

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